A Simple Key For sidh kunjika Unveiled
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा ॥ १२ ॥
न सूक्तं नापि ध्यानं च, न न्यासो न च वार्चनम्।।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम् ॥ ३ ॥
There is no need to recite Kavacham, Argala stotram, Kilakam or Rahasyakam Neither is it important to recite Suktam, Dhyanam, click here Nyasam in addition to there is no need to worship (all of the above are preliminary stotras that need to be recited right before examining of Devi Mahatmya). These strains condition that In the event the kunjika stotra is recited, there's no have to recite the any Other folks.
ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी प्रतिपालिका ।
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र में मां दुर्गा की नौ देवियां और दस महाविद्या का वर्णन है.
कभी उड़ान नहीं भर पाएगी जेट एयरवेज, सुप्रीम कोर्ट ने एयरलाइन के ऐसेट्स बेचने का दिया आदेश
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि